THE BEST SIDE OF SHIV CHALISA LYRICSL

The best Side of shiv chalisa lyricsl

The best Side of shiv chalisa lyricsl

Blog Article

पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥

अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥

शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥

सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ वेद नाम महिमा तव गाई।

वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

भजन: शिव shiv chalisa lyricsl शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ

वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

ब्रह्म – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, वेदपारं ।

क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ॥ शंकर हो संकट के नाशन ।

शिव चालीसा का पाठ करने से आपके कार्य पूरे होते है और मनोवांछित वर प्राप्त होता हैं।

Report this page